Monday, May 05, 2014

Jaane Wo Kaise....

जाने वो कैसे लोग थे जिनके प्यार को प्यार मिला ,
हमने तो जब कलियाँ माँगी काँटों का हार मिला

खुशियों कि मंज़िल ढूँढी , तो गम कि दर्द मिलीं ,
चाहत के नगमे चाहे , तो आँहें सर्द  मिली।
दिल के बोझ को दूना कर गया , जो गम खार मिला
हमने तो जब कलियाँ माँगी काँटों का हार मिला

बिछड़ गया हर साथी देकर पल दो पल का साथ ,
किसको फुरसत है जो थामे दीवाने क हाँथ ?
हमको अपना साया तक , अक्सर बेज़ार मिला
हमने तो जब कलियाँ माँगी काँटों का हार मिला

इसको ही जीना कहते हैं , तो यूँही जी लेंगे,
उफ्फ ना करेँगे , लब सी लेंगें , आसुँ पी लेंगें
ग़म से अब घबराना कैसा। .. गम सौ बार मिला। । 
हमने तो जब कलियाँ माँगी काँटों का हार मिला 

1 comment:

Child Of Adam said...

All time favourite... hemant kumar